We have studied the water cycle that how water evaporates from the surface of Earth which rises in atmosphere, cools, condenses into rain or snow in clouds and finally falls on the surface of Earth. The same hydrological cycle has been discussed in Vedas. Let's discuss those Vedic verses.
Atharvaveda 4.27.4
अपः समुद्राद् दिवमुद् वहन्ति दिवस्पृथिवीमभि ये सृजन्ति ।
ये अद्भिरीशाना मरुतश्चरन्ति ते नो मुञ्चन्त्वं हसः ৷।
समुद्र के जल को अंतरिक्ष तक पहुंचने वाले मरुद्गण पृथ्वी पर उस जल को वृष्टिरूप में गिराते हैं। उस जल के साथ विचरण करने वाले जल-स्वामी मरुद्गण हमें पापों से मुक्ति दिलाएं।
ये अद्भिरीशाना मरुतश्चरन्ति ते नो मुञ्चन्त्वं हसः ৷।
समुद्र के जल को अंतरिक्ष तक पहुंचने वाले मरुद्गण पृथ्वी पर उस जल को वृष्टिरूप में गिराते हैं। उस जल के साथ विचरण करने वाले जल-स्वामी मरुद्गण हमें पापों से मुक्ति दिलाएं।
Āpah(अपः) = Water Vapours
Atharvan = Vedic sage, son of Brahma
Water vapours are transferred from oceans into mid-sphere of the atmosphere.
Deity Surya enhances the process of evaporation of water from water bodies on our Earth. These water vapours are back to surface of Earth in the form of liquid. There are four phases through which the water vapours undergo while the whole water cycle; water vapour undergo phase change as cloud, electrical charging, thunder & lighting and precipitation.
Deity Surya enhances the process of evaporation of water from water bodies on our Earth. These water vapours are back to surface of Earth in the form of liquid. There are four phases through which the water vapours undergo while the whole water cycle; water vapour undergo phase change as cloud, electrical charging, thunder & lighting and precipitation.
Atharvaveda 3.13.2
यत् प्रेषिता वरुणेनाच्छीभं समवल्गत ৷
तदाप्नोदिन्द्रो वो यतीस्तस्मादापो अनुष्ठनः ৷।
वरुण द्वारा प्रेरित होकर जब तू नाचता हुआ-सा मिलकर चलने लगा टीवी इंद्र ने तुझे प्राप्त किया। इसी कारण तेरा नाम 'आपः' पड़ गया।
तदाप्नोदिन्द्रो वो यतीस्तस्मादापो अनुष्ठनः ৷।
वरुण द्वारा प्रेरित होकर जब तू नाचता हुआ-सा मिलकर चलने लगा टीवी इंद्र ने तुझे प्राप्त किया। इसी कारण तेरा नाम 'आपः' पड़ गया।
Āpah = Water Vapours
Atharvan = Vedic sage, son of Brahma
According to Atharvan, water evaporates from Earth which rises up which receives electrical charges in mid sphere, thus they are called apah. Deity Varuna is god of oceans.
Atharvaveda 3.13.1
यददः संप्रयतीरहावनदता हते ৷
तस्मादा नद्यो नाम स्थ ता वो नामानि सिंधवः৷৷
अच्छी प्रकार से सदा गतिशील रहने वाले जल ! मेघ के ताड़ित करने पर इधर-उधर नाद करने के कारण तेरा नाम 'नदी' पड़ा। यह नाम तेरे अनुरूप ही है।
नद्यो = नदी
तस्मादा नद्यो नाम स्थ ता वो नामानि सिंधवः৷৷
अच्छी प्रकार से सदा गतिशील रहने वाले जल ! मेघ के ताड़ित करने पर इधर-उधर नाद करने के कारण तेरा नाम 'नदी' पड़ा। यह नाम तेरे अनुरूप ही है।
नद्यो = नदी
Nadī = River
Water from rivers transform and fall to terrestrial plane after falling from mid-sphere(heaven) in the form of raindrops. The terrestial rivers are called Nadī as they produce sound while flowing down.
RigVeda 1.23.18
अपो देवीरूप ह्वये यत्र गावः पिबन्ति नः ৷ सिन्धुभ्य कर्त्वं हविः ৷৷
उन जलों की हम स्तुति करते हैं, जिनका सेवन हमारी गौएं करते है І उन प्रवाहमान जलों के लिए हम हवि अर्पित करते हैं І
It describes the process of rain-making by offering oblations in yajñīya fire. Vedic sages used to chant Vedic mantras for pleasing Lord Indra. The sages still chant Vedic mantras.उन जलों की हम स्तुति करते हैं, जिनका सेवन हमारी गौएं करते है І उन प्रवाहमान जलों के लिए हम हवि अर्पित करते हैं І